Wednesday, September 17, 2008

Annual Work Review

वार्षिक कार्य विवरण

विगत एक वर्ष मे निगम पार्षद कि भूमिका मे संपादित कार्य विवरण :

१. पार्षद के रूप मे शपथ के कुछ ही दिनों के भीतर क्षेत्र मे महापौर का दौरा सुनिश्चित किया, सोनिया विहार क्षेत्र मे पहली बार महापौर का आगमन हुआ तथा सोनिया विहार क्षेत्र निगम आधिकारियो कि प्राथमिकता सूची मे आया
२. महापौर को क्षेत्र कि समस्यों से अवगत कराया तथा क्षेत्र कि समस्यों के निपटारे के लिए महापौर द्वारा समयबद्ध कार्ययोजना की घोषणा
३. क्षेत्र कि सबसे गंभीर समस्या पानी कि निकासी कि समस्या है - निगम पार्षद के रूप मे सबसे बड़ी प्राथमिकता के तौर पर पानी निकासी कि समस्या को उठाया तथा क्षेत्र में पानी निकासी हेतु पम्प हाउस कि योजना स्वीकृत करवाई.
यहाँ मै ये तथ्य स्पष्ट करना चाहती हूँ की कालोनी के २० वर्षो के इतिहास में मै पहली जनप्रतिनिधि हूँ जिसने क्षेत्र में पानी की निकासी की समस्या के निदान के लिए प्रयास किये तथा पम्प हाउस के निर्माण को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर संघर्ष किया .
४. मेरे निरंतर प्रयासों, महापौर महोदया की कोशिशों एवं अधिकारियो के साथ हुयी दर्ज़नों मीटिंगों के परिणाम स्वरुप सोनिया विहार मे विकास कार्य हेतु कार्य किया तथा क्षेत्र के लिए “Y” head से ३ करोड़ रूपये का फंड स्वीकृत करवाया . इस फंड का इस्तेमाल क्षेत्र में गलियों तथा नालियों के निर्माण के लिए किया जा रहा है
५.पूर्व मे सोनिया विहार के केवल १०० व्यक्तियों को निगम से पेंशन प्राप्त होती थी, पार्षद बनते ही तेजी से लोगो कि पेंशन बनवाई तथा वर्तमान मे लगभग ३५० व्यक्तियों को पेंशन स्वीकृत हो चुकी है तथा २०० अन्य व्यक्तियों कि स्वीकृति कि प्रक्रिया जारि है . इस बार कुल ५५० व्यक्तियों को निगम के द्वारा पेंशन दी जायेगी.
६. मेरे क्षेत्र मे बदरपुर खादर नमक एक गाँव भी शामिल किया गया जहाँ सड़क, पानी, बिजली, स्कूल जैसी कोई भी सुविधा नहीं थी. पूर्णत: मुस्लिम आबद्दी का यह क्षेत्र वर्षो से उपेक्षा का शिकार था. पार्षद बनते ही क्षेत्र कि जनता से सीधा संपर्क स्थापित किया तथा विकास कार्य शुरू करवाया. आज क्षेत्र मे सड़क निर्माण कार्य हो चूका है तथा शीघ्र ही क्षेत्र मे बिजली आपूर्ति सुनिचित हो जाये इस दिशा मे प्रयास जारि है.
७. "निगम पार्षद आपके द्वार" कि अवधारणा पर चलते हुए क्षेत्र मे १५ स्थानों पर कार्यालय स्थापित किये तथा सुनिचित किया कि किसी भी स्थान से निकटतम कार्यालय पैदल २० मिनट से ज्यादा दूर न हो.
८. क्षेत्र मे सफाई कर्मचारियो कि संख्या केवल १२ है जबकि आवश्यकता कम से कम ४०० कर्मचारियों कि है, सफाई कि स्थिति आत्यंत गंभीर रही, तथापि पार्षद बन जाने के बाद चार बार क्षेत्र कि सफाई हेतु विशेष गैंग को क्षेत्र मे लगवाया तथा संगठन के मंडल पदाधिकारियों द्वारा इंगित स्थानों के आधार पर सफाई सुनिश्चित करवाई.
९. शीघ्र ही क्षेत्र में सफाई हेतु कुछ अन्य कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित होने की सम्भावना है. इस सम्बंध में मेरी महापौर महोदया सुश्री आरती महरा जी एवं नेता सदन श्री सुभाष आर्य जी से भी मुलाकाते हुयी है. शीघ्र ही क्षेत्र में ५०-६० अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी, ऐसी उपलब्धि सुनिश्चित करने वाली मै क्षेत्र की पहली जन प्रतिनिधि हूँ.
१०. क्षेत्र मे जिन गलियों का निर्माण अभी लंबित है अथवा कुछ समय बाद होना है, वहां निवासियों को तुंरत राहत पहुचने हेतु मलबा द्वरा भराई सुनिश्चित की
११. क्षेत्र मे निवासो मे घरेलु उपयोग हेतु बिजली कनेक्शन कि प्रक्रिया तीव्र करवाने हेतु प्रयास किये तथा लगभग २५० आवासों मे बिजली कनेक्शन सुनिश्चित किये
१२. आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को मेडिकल सहायता कि स्थिति मे निगम के हस्पतालों मे समुचित इलाज़ सुनुश्चित करने हेतु स्वयं चिकत्सा अधिकारियो से संवाद स्थापित किया
१३. क्षेत्र मे निगम के द्वारा मोबाइल क्लीनिक को सुचारू रूप से आना सुनिश्चित किया
१४.क्षेत्र मे मलेरिया अथवा डेंगू से बचाव सुनिश्चित करने हेतु नियमित छिडकाव तथा क्लोरिन वितरण
१५.क्षेत्र मे बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य आरम्भ किया
१६. क्षेत्र के कूड़ा के निपटारे के लिए डलाव हेतु भूमि अधिग्रहण कि प्रकिया प्रारम्भ की
१७. क्षेत्र के विकास कि कई योजनाये आरंभ करवाई जिनका क्रियान्वन आगामी कुछ वर्षो मे प्रारंभ हो जायेगा
१८. क्षेत्र मे कई जगहों पर पानी जमा हो जाने से भयावह स्थिति उत्पन्न हो जाती है, 25 से अधिक स्थानों पर विशेष सक्शन मशीन द्वारा पानी निकासी सुनिश्चित की.
४. भविष्य की परियोजनाओ का विवरण:
१. सोनिया विहार मे पानी निकासी हेतु पम्प हाउस
२. सभी गलियों का निर्माण
३. प्राथमिक स्कूल भवन का जीर्णोधार एवं विस्तार
४. बदरपुर खादर गाँव मे बिजली व्यवस्था
५. पुर गाँव मे सड़क निर्माण
६. क्षेत्र मे कम से कम दो पार्को का निर्माण
७. क्षेत्र मे कम्युनिटी हॉल एवं डिस्पेंसरी का निर्माण, जिसके लिए भूमि की पहचान भी कर ली गयी है