महापौर ने किया अभियान का शुभारम्भ, पहचान पत्र दिलाएगा सम्मान व सुरक्षा
पूर्वी दिल्ली नगर निगम, 21जनवरी 2013
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की महापौर डॉ अन्नपूर्णा ने आज "रेहड़ी - पटरी" और साप्ताहिक बाज़ार लगाने वाले हाकरो को विशेष पहचान पत्र देने के कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इसके लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे समूचे पूर्वी दिल्ली के विभिन्न स्थानों से आये 96 हाकरो को पहचान पत्र दिए गए।
कार्यक्रम में निगम में सदन के नेता श्री बी बी त्यागी, उपमहापौर श्रीमती उषा शास्त्री, स्थायो समिति के अध्यक्ष श्री महकसिंह, उपाध्यक्ष श्रीमती लता गुप्ता, निगम के तहबाजारी एवं लाइसेंसिंग समिति के अध्यक्ष श्री सुनील झा, वर्क्स कमिटी की अध्यक्ष श्रीमती सत्या शर्मा, निगम के आयुक्त श्री एस एस यादव, निगम के दोनों क्षेत्रीय निगम उपायुक्त श्री अमज़द टांक एवं श्री विजय विधूड़ी, पूर्वी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रो से आये सैकड़ो हाकर व रेहड़ी पटरी संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
इस पर उपस्थित हाकरो को संबोधित करते हुए महापौर डॉ अन्नपूर्णा मिश्रा ने कहा कि बरसो से इन हाकरो का प्रशासनिक और स्थानीय माफिया द्वारा उत्पीडन व शोषण किया जाता रहा है, जिस पर इस विशिष्ट पहचान पत्र के बाद अंकुश लगेगा। साथ ही जो लोग मेहनत कर ईमानदारी से अपना जीवन यापन करने के बावजूद भी सुरक्षा और सम्मान से वंचित थे उनको स्वाभिमान और सम्मान से अपना व्यापार करने का मौका निगम के इस कदम से मिलेगा।
डॉ मिश्रा ने साथ ही कहा कि पूरी जांच परख के बाद निगम के उपायुक्त के द्वारा हस्ताक्षरित इस पहचान पत्र से सुरक्षा के नाम पर आये दिन आने वाली दिक्कतों से हाकरो को निजात मिलेगी, इतना ही नहीं इस व्यवस्था से निगम को राजस्व की प्राप्ति भी होगी।
डॉ मिश्र ने बताया की हाकरो के लिए विशेष पहचान पत्र का संकल्प चुनाव से पहले घोषणा पत्र का अहम् हिस्सा था, जिसे पूरा कर हमने आज जनता के प्रति अपने एक और कर्तव्य का निर्वहन किया है।
उन्होंने हाकरो से आह्वान किया की अधिक से अधिक हाकर इस कार्यक्रम से जुड़े और निगम में पंजीकरण करा कर इस योजना का लाभ उठाये।
इस अवसर पर निगम की तहबाजारी एवं लाइसेंसिंग समिति के अध्यक्ष श्री सुनील झा ने बताया कि हाकर जीवन में सिर्फ एक बार एक हज़ार रूपये का शुल्क देकर निगम में पंगीकरण करा सकेंगे। पंजीकरण कराने के बाद इन व्यापारियों को पुलिस और अन्य प्रकार के शोषण से मुक्ति मिलेगी और साथ ही उनकी अपनी एक विशिष्ट पहचान भी बनेगी
उन्होंने बताया की स्वयं एक हाकर होने के नाते मुझे ऐसे व्यापारियों की मुश्किलों की जानकारी है और इसीलिए महापौर महोदया के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को शीघ्र शुरू करने के लिए प्रयास किये गए।